Geo Pathic Stress ( line )
अर्थात धरती के गर्भ से आने वाला एक ऐसा नुकसानदायक रेडिएशन (Radiation) जो वनस्पति, जिव एवं सकारात्मक ऊर्जा को दूषित कर नकारात्मक (Negative Energy) को निरंतर बढ़ाता रहता है।
वैज्ञानिक शोध से इसकी उत्पत्ति का कारण भूगर्भ में धरती की चट्टानों के खिसकने, पानी के भूमिगत स्रोत के बहाव से उत्पन्न ऊर्जा (Energy) जो दाब के करण दूषित हो जाती है अथवा भूमिगत जल के बड़े स्रोत या ऐसे कई अन्य कारण हो सकते हैं।
इसके प्रभाव से जहाँ फसलों एवं वनस्पतियों को नुकसान पहुँचता है, (उनका विकाश अवरुद्ध होता है) वहीँ मनुष्य के जीवन में इसका बहोत बुरा फल प्राप्त होता है। अगर इस रेडिएशन का बहाव घर में बेड के निचे अथवा हमारे कार्य करने के स्थान के निचे से निकल रहा होता है तो? यह Radiation धीरे धीरे हमारे शरीर में प्रवेश कर जाता है। और हमारे शरीर के सात ऊर्जा चक्रों में से किसी एक या एकसाथ कई चक्रों को छतिग्रस्त अथवा बंद ( Block ) कर देता है। अब यह चक्र हमारे शरीर के जिस अंग से सम्बंध रखता हैं हमारा वह “अंग-विशेष” बीमारी की चपेट में आ जाता है। आगे हम उस बीमारी से राहत पाने के लिए कितने भी काबिल से काबिल डॉक्टर से सलाह लें, उनका इलाज कराएं जल्दी लाभ नहीं प्राप्त होता। बल्कि हमारे शारीर की Immune System कमजोर हो जाता है और हमारी रोग प्रतिरोधक छमता कम हो जाती है। परिणाम स्वरूप कैंसर, हार्ट प्रॉब्लम, ज्वाइंट पेन, किडनी प्रॉब्लम, शुगर, लिवर, उच्च रक्तचाप, आदि अथवा Depression मानसिक परेसानी, दौरे पड़ने जैसी भयंकर बीमारियां हमें घेर लेती हैं , तथा हमारे घर के बच्चों का जिद्दी हो जाना , बिना मतलब क्रोध करना पढ़ाई या काम में मन न लगना, नशा करना अथवा गलत संगत में पड़ने जैसी भयंकर परेशानियां घर में पैर पसारने लगती हैं ।
वहीँ Factory करखनों में इस इस रेडिएशन लाईन या स्थान (Geo Pathic line-Point) पे गलती से भी हम मशीन रख देते हैं तो वह मशीन अक्सर खराब ही रहती है, अगर यही लाइन कैस काउंटर से निकले तो आर्थिक परेसानी ( Financial Problem) झेलनी पड़ती है। सेल्स काउंटर से निकल जाये तो ग्राहकों से तकरार फलस्वरूप Sale Disturb इस तरह की अनगिनत समस्याओं का कारण Geo Pathic Stress बनता है। हमारे घर का अच्छा से अच्छा वास्तु भी इस जियो पैथिक लाइन की वजह से अपना पूर्ण प्रभाव नहीं दे पाता।
हमारे पूर्व ऋषि-मुनि अपने वर्षों की तपस्या अपने अनुभव से बड़ी आशानी से इस तरह की नकारात्मक “ऊर्जा रेखा” को भांप लेते थे पर आज के मनुष्य के लिए उस तरह का ज्ञान अथवा अनुभव प्राप्त कर पाना आसान नहीं है। पर वहीँ आज के युग को विज्ञान का युग कहा जाता है। हमारे वैज्ञानिको ने ऐसी तमाम चीजों का आविष्कार किया हैं जिससे आज का जीवन बहोत हद तक आसान हुआ है। ऐसे ही वैज्ञानिकों ने एक औरा स्कैनर (Aura Scanner) नाम का एक आधुनिक यंत्र बनाया है । जिसकी मदत से एक वास्तु विज्ञानी किसी भी भूखंड अथवा ईमारत में, वहां की सकारात्मक ऊर्जा एवं नाकारात्मक ऊर्जा, ऊर्जा का बहाव, तत्व (Element), Geo Pathic Stress आदि की कुशलता पूर्वक जाँच कर सकता है । तथा किसी भी तरह की नकारात्मकता प्राप्त होने पर उस के लिए आवश्यक उपचार अथवा परिशोध कर के सम्बंधित- घर(House) भूखंड(Plot), ईमारत (Bilding), कार्यालय (Office) कारखाना (Factory) आदि को पूर्ण रूप से सकारात्मक स्थिति में ला कर, वहां रहने वालों के स्वास्थ्य, धन-धान्य एवं प्रगति को बढ़ाने का मार्ग प्रसस्त कर सकता है।