रुद्राक्ष धारण करने के फायदे और मंत्र
1- एक मुखी रुद्राक्ष
लक्ष्मी प्राप्ति के साथ ही भोग और मोक्ष की कामना करनेवालों को एकमुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए और इसे धारण करने का मंत्र है ऊँ ह्रीं नम:
2- दो मुखी रुद्राक्ष
समस्त कामनाओं की पूर्ति के लिए दो मुखी रुद्राक्ष धारण करना फायदेमंद होता है. इसे धारण करते वक्त ऊँ नम: मंत्र बोलना चाहिए.
3- तीन मुखी रुद्राक्ष
ज्ञान और विद्या की प्राप्ति के लिए तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करने की सलाह दी जाती है और इसे धारण करने का मंत्र है ऊँ क्लीं नम:
4- चार मुखी रुद्राक्ष
धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष पाने की इच्छा रखनेवालों के लिए चार मुखी रुद्राक्ष बेहतर परिणाम देता है. इस रुद्राक्ष को ऊँ ह्रीं नम: मंत्र के साथ धारण करना चाहिए.
5- पांच मुखी रुद्राक्ष
सारी परेशानियों से मुक्ति और मनोवांछित फल पाने के लिए पांच मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए और इसे धारण करने का मंत्र है ऊँ ह्रीं नम:
6- छ: मुखी रुद्राक्ष
समस्त पापों से मुक्ति पाने के लिए छ: मुखी रुद्राक्ष धारण करना लाभदायक होता है. इस रुद्राक्ष को ऊँ ह्रीं ह्रुं नम: मंत्र के साथ धारण करना चाहिए.
7- सात मुखी रुद्राक्ष
सात मुखी रुद्राक्ष को धारण करने वाला दरिद्र व्यक्ति भी ऐश्वर्यशाली और संपत्तिशाली होता है. इस रुद्राक्ष को धारण करने का मंत्र है ऊँ हुं नम:
8- आठ मुखी रुद्राक्ष
जो इंसान लंबी आयु पाने की इच्छा रखता है उसे आठ मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए. इसे धारण करने का मंत्र है ऊँ हुं नम:
9- नौ मुखी रुद्राक्ष
अपने जीवन में समस्त कामनाओं की पूर्ति के लिए नौ मुखी रुद्राक्ष को बाएं हाथ में धारण करना चाहिए और इसे धारण करने का मंत्र है ऊँ ह्रीं ह्रुं नम:
10- दस मुखी रुद्राक्ष
संतान प्राप्ति की कामना करनेवाले व्यक्ति को दसमुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए और इसे ऊँ ह्रीं नम: मंत्र के साथ धारण करना चाहिए.
11- ग्यारह मुखी रुद्राक्ष
हर कार्य हर क्षेत्र में सफलता पाने के लिए ग्यारह मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए और इसे धारण करने का मंत्र है ऊँ ह्रीं ह्रुं नम:
12- बारह मुखी रुद्राक्ष
किसी बीमारी या रोग से उबरने के लिए बारह मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए यह रोगों में लाभ पहुंचाता है. इस रुद्राक्ष को ऊँ क्रौं क्षौं रौं नम: मंत्र के साथ धारण करना चाहिए.
13- तेरह मुखी
सौभाग्य एवं मंगल की प्राप्ति के लिए तेरह मुखी रुद्राक्ष को उत्तम माना गया है. इसे धारण करने का मंत्र है ऊँ ह्रीं नम:
14- चौदह मुखी
समस्त पापों के नाश के लिए चौदह मुखी रुद्राक्ष को धारण करना चाहिए. इस रुद्राक्ष को ऊँ नम: मंत्र के साथ धारण करना चाहिए. इसके अलावा एक गौरीशंकर रुद्राक्ष भी होता है जो सभी प्रकार के सुखों को प्रदान करने वाला होता है.
ये है रुद्राक्ष धारण करने के फायदे – शिवपुराण के अनुसार हर कोई रुद्राक्ष को धारण कर सकता है. लेकिन जिसमें पिरोने योग्य छेद ना हो, टूटा हुआ हो या फिर जिसे कीड़े ने खा लिया हो उस रुद्राक्ष को धारण नहीं करना चाहिए.
अगर आप भी अपने जीवन की हर बाधा को दूर कर चमत्कारी शक्तियां पाना चाहते हैं तो इस रुद्राक्ष को धारण जरूर करें.